रविवार, 10 अप्रैल 2011

सचिन,धोनी, और विश्व-कप: हिन्दुस्तान



कोई बॉलर नहीं ऐसा जिसे खेले न वो खुलकर,


"शहंशाह" है जो हर पिच का वही है जीत का मंतर,



समर में बेईमानों का जो ढीला पेंच यूँ कर दे,



वो है "भगवान्" दुनिया का जिसे कहते हैं "तेंदुलकर",





जहाँ पर हो "सचिन","सहवाग", "गौती", "कोहली", "रैना",



जहाँ "भज्जी", "युवी", "श्रीसंथ", "मुनाफु" का "ज़हीराना",



जहाँ "धोनी" की कप्तानी से थर्राए जगत सारा,


ये "हिन्दुस्तान" है इसको किसी से और क्या डरना..?


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