गुरुवार, 24 मार्च 2011

तेरी यादें

                                


गुजरते हैं मेरे दिन तो तेरी यादों के मेले में,
तेरी यादें भी तडपाती हैं रातों को अकेले में,
तेरे खामोश  लब ने भी बड़ा मुझको सताया है,
की अब तू ही नज़र आती है तन्हाई के रेले में!


बुधवार, 23 मार्च 2011



कभी जब आईने के सामने होकर खड़े देखूं,
मैं आँखों में हमेशा एक ही वीरानगी देखूं,
मेरे इस दिल के वीराने में केवल तू बसी ऐसे,
के हर टुकड़े में आईने के मैं केवल तुझे देखूं..!

शमा तू एक बस मेरी, तेरा मैं एक परवाना..
तेरी गुमनाम यादों ने बनाया एक अफसाना..
मुझे अपना के तू देखे अगर कडवी जुबाँ वाले,
तुम्हारे  हुस्न  को झकझोर रख देगा ये दीवाना..!
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सोमवार, 21 मार्च 2011

शिकायत







कोई  कहती  है  आवारा ,कोई  कहती  है  बेचारा ,



मगर  मैं  इश्क  के  रस्ते , भटकता  एक  बंजारा ,

कोई  कहती  ये  दीवाने  भरोसे  के  नहीं  काबिल ,

मगर  चंदा  कहाँ  होती ,अगर  होता  नहीं  तारा ..? 

शुक्रवार, 18 मार्च 2011



तेरी जुल्फों का कालापन,तेरे कजरार ये नैना..
तेरे होठों की ये लाली,तेरे गालों का नजराना..
तुम्हारे हुस्न की ऐसी चमक देखे अगर कोई...
तू उसके पास गर हो तो उसे रंगों से क्या लेना?
होली की शुभकामनाएं..!